Wednesday, May 15th, 2024

ग्रेजुएशन के बाद नहीं मिली कोई जॉब, शुरू किया साइकिल पर मसाला बेचना, बन गया मसाला फैक्ट्री का मालिक

मसाले के बिना कोई भी व्यंजन स्वादिष्ट नहीं बन सकता हर व्यंजन में मसाले की जरूरत होती है।हम अक्सर टीवी पर मसाले के कई ब्रांड का ऐड देखते हैं।लोग अलग-अलग तरीके से अपने मसालों का प्रचार करते हैं अक्सर हम टीवी पर एक ऐड” स्वाद सुगंध का राजा मसाला होता है” यह देखते हैं। दरअसल मसाला ही किचन का राजा होता है। मसालों में मिर्च, हल्दी, नमक, गरम मसाला इत्यादि आते हैं।

मसाला एक ऐसा व्यवसाय है जिससे कई लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। मसाले के बिजनेस करके लोग लाखों का कमाई करते हैं। मसालों की दुनिया में नई क्रांति लाने वाले धर्मपाल गुलाटी को कौन नहीं जानता उनका नाम मसालों के क्षेत्र में बहुत ही फेमस है ऐसे ही एक शख्स मुकेश कुमार सिन्हा बारे में आपको बताएंगे जो साइकिल पर मसाला बेचते बेचते आज मसालों के फैक्ट्री का मालिक बन गए।

अपने हौसलों से बने मसालों के फैक्ट्री का मालिक

हम अक्सर यह लाइन सुनते हैं कि अगर आप में कैसी चीज को पाने का हौसले मजबूत हो तो आप उस चीज को हर परेशानियों को जलते हुए आखिर में प्राप्त कर लेते हैं इसी बात को साबित कर दिखाया बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले मुकेश कुमार सिन्हा ने मुकेश कुमार सिन्हा अपनी पूरी जिंदगी में बहुत सारे मुसीबतों का सामना किया है ग्रेजुएशन के बाद भी मुकेश कई सालों तक नौकरी के लिए भटकते रहे आर्थिक तंगी का सामना किया। फिर कहीं जाकर वह खुद की मेहनत और लगन से मसाले की फैक्ट्री का मालिक बन गए खुद नौकरी के लिए भटकने वाले आज दूसरों को नौकरी पर रख रहे हैं।

मुकेश कुमार सिन्हा कि प्रारंभिक शिक्षा

हर युवा की तरह मुकेश कुमार भी सरकारी नौकरी करना चाहते थे वह एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे नौकरी करके वह अपनी घर के गरीबी को दूर करना चाहते थे। स्नातक की डिग्री लेने के बाद मुकेश ने पटना जाने का फैसला किया। पटना जाकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी उनका सपना था आईएएस बनने का लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था मुकेश के तैयारी के बीच में ही उनके पिताजी की मृत्यु हो गई जिस वजह से घर में पैसों की दिक्कत होने लगी और उन्हें अपनी तैयारी छोड़ कर घर वापस आना पड़ा।

 

साइकिल पर घूम घूम कर मसाला बेचा

पिताजी की मृत्यु के बाद सारे घर के जिम्मेदारी मुकेश के ऊपर आ गए। घर के जरूरतों को पूरा करने के लिए मुकेश यहां वहां नौकरी की तलाश करने लगे। लेकिन कहीं भी उन्हें नौकरी नहीं मिली घर की आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रही थी। इसे दूर करने के लिए मुकेश ने अपने पिताजी के साइकिल का उपयोग करके घूम घूम कर मसाला बेचना शुरू कर दिया। मुकेश के इस काम से धीरे-धीरे अच्छे इनकम होने लगी और उनके घर की आर्थिक स्थिति भी सुधरने लगी। धीरे-धीरे इस काम से उन्होंने पैसा बचाना शुरू किया ताकि अपने लिए एक बिजनेस शुरू कर सके। उनके पास काफी पैसे इकट्ठे हो गए तो उन्होंने एक बिजनेस शुरू किया। जिससे उनका पूरा जीवन ही बदल गया।

बन गए मसालों के फैक्ट्री के मालिक

अपने इकट्ठे किए गए पैसे से और मुकेश ने एक मसाला फैक्ट्री खोली। जिससे वह हर महीने लाखों का मुनाफा कमाते हैं आज उनकी फैक्ट्री में 24 से भी अधिक महिला और पुरुष काम करते हैं उनकी फैक्ट्री रोजाना 3 टन मसालों का प्रोडक्शन करती है मुकेश को सभी लोग आज “ग्रेजुएट मसाला वाला” कहते हैं। उन्होंने अपने ही गांव में मसाला की फैक्ट्री खोली ताकि जिस तरह से वह बेरोजगार भटक रहे थे उसके लिए रोजगार मिल सके।

जानिए मसालों के बिजनेस से कितना फायदा है?

मसालों की जरूरत शुरू से ही किचन में रहती है।चाहे वह किसी भी तरह का मसाला हो।मसालों की मांग हमेशा मार्केट में रहती है। मुकेश का कहना है कि आप भी मसालों का बिजनेस करके लाखों की कमाई कर सकते हैं। मसाले की यूनिट आसानी से लग जाती है। इस बिजनेस में कम लागत आती है और प्रॉफिट ज्यादा मिलता है।

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