अब हमें अपने समाज में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलती है। समाज अब पहले से ज्यादा प्रगतिशील होते जा रहा है समाज के लोगों में उनके सोच में परिवर्तन भी हो रहा है। लोगों की मानसिकता ऐसी बदल रही है जिससे उन्हें पुरानी कुरीतियों को छोड़ नई पीढ़ियों को मान्यता मिल रही है। ऐसे ही एक नई सोच वाले एक परिवार के बारे में आपको बताएंगे जिसको सुनकर बहुत ही खुशी अनुभव होगी। दरअसल एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक ससुराल वालों ने अपने बड़े बेटे की विधवा पत्नी की पुनर्विवाह कराने के लिए सोचा वह भी अपने छोटे बेटे से। इस पहल से वह छोटे सोच वालों को मात देकर आगे निकल रहे हैं।आइए आगे जानते हैं इसकी पूरी घटना के बारे में
विध’वा बहू का पुनर्विवाह
जानकारी के अनुसार, ये मामला बांदा जिले की है। जहाँ पर एक परिवार वाले ने अपने विधवा बहु की शादी अपने छोटे बेटे से करवा दी। यह शादी कोई साधारण तरीके से नही बल्कि बहुत ही धूमधाम से हुई। इस शादी के लिए एक भव्य मैरिज हॉल बुक करवा कर पूरे शानो शौकत से विवाह करवाया। उस परिवार में विधवा पुनर्विवाह का रिवाज नहीं है लेकिन क्षत्रिय महासभा ने पुराने मान्यताओं को छोड़ विधवा पुनर्विवाह करवाया। इस विवाह के जरिए से समाज में एक नया संदेश मिला है।
जानकारी के लिए आपको बता दें उस विधवा बहू का नाम वंदना सिंह है। जिन्होंने खुद को अपने देवर शुभम सिंह और मनीष के पावन बंधन में बांध लिया। इस तरह से उन्होंने अपने नए जीवन की शुरुआत की। वहां मौजूद सभी लोगों ने कालिया भी बजाई और दोनों वर वधु को खूब सारी बधाइयां भी दी। इस शादी का पूरा श्रेय विधवा बहू के देवर को जाता है जिन्होंने अपनी विधवा भाभी को अपनी पत्नी का दर्जा दिया। इसलिए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है।
शादी के कुछ समय बाद हुई पति की मृत्यु
मीडिया के अनुसार, विधवा से सुहागन बनी वंदना सिंह स्नातक है।दरअसल शादी के कुछ महीने बाद ही उनके पति की मृत्यु हो गई।वंदना का कहना है की उनके ससुराल के लोग काफी अच्छे है।उनके सास-ससुर और ससुराल के सारे सदस्य उन्हे बेटी के तरह मानते और प्यार करते है। अपने ससुराल की प्रशंसा करते हुए वंदना ने बताया कि वहाँ का माहौल उन्हे मायके से भी ज्यादा अच्छा लगता है। उन्हें इस बात की ज्यादा खुशी है कि उन्हें ससुराल के रूप में ऐसा परिवार मिला।
शादी के बाद वंदना ने कम उम्र में हुई विधवा महिलाओं को हौसला दिया और बताया कि परिवार वालों की मदद से अपने नए जीवन की शुरुआत करें।शुभम ने भी बताया की वंदना ने ससुराल मे सम्मानजनक और प्रेम पूर्ण व्यवहार से सब लोगो का दिल जीत लिया था। उनके बड़े भाई की मृत्यु के बाद वह काफी दुखी थी। लेकिन इसके बावजूद उन्हें परिवार का पूरा प्यार मिला।