Wednesday, May 15th, 2024

दूध वाले के इस कारनामे से इम्प्रेस हुए आनंद महिंद्रा ने की ये पेशकश, “फॉर्मूला 1” F1 जैसी कार से करता था दूध की डिलीवरी

भारत एक जुगाड़ प्रधान देश है भारत में हमेशा नए-नए टेक्नोलॉजी के अविष्कार होते रहते हैं।भारत ऐसा देश है जहां पर आपको हर एक तरह का जुगाड़ देखने को मिल जाएगा। भारतीय लोग में बहुत तरह के हुनर पाए जाते हैं।जब भी किसी को जल्दी और तेजी में काम करना होता है तो वह लोग देसी जुगाड़ खोज लेते हैं। चाहे वह काम घर का हो या फिर कोई बाहरी व्यवसाय। वे बस उस काम को जल्द से जल्द निपटाने का आसान तरीका खोज लेते हैं।

आज ऐसे ही टि्वटर पर वायरल वीडियो के बारे में आपको बताएंगे जिसमें एक दूधवाला फॉर्मूला वन जैसी कार पर दूध डिलीवरी करता हुआ नजर आ रहा।उस दूधवाले की कार एकदम किसी रेसिंग कार की तरह ही दिखाई पड़ता है। आइए जानते हैं फॉर्मूला वन जैसी दिखने वाली कार के बारे में।

जुगाड़ू कार का वायरल वीडियो

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रतनपुर ग्राम निवासी शिव पूजन ने एक ऐसी जुगाड़ू कार बनाई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह देश एक तकनीक पर बनी जुगाड़ू कार महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को भी खूब पसंद आई।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ट्विटर पर इस जुगाड़ू कार के वीडियो को शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने बस्ती के इस देसी इंजीनियर की खूब तारीफ की। शिव पूजन के इस कलाकारी पर सिर्फ उसके परिवार वाले ही नहीं बल्कि पूरा गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

इस जुगाड़ू कार की खासियत

अगर बात करें इस कार  के खासियत के बारे में तो इसकी पहली खासियत यह फॉर्मूला वन कार जैसी दिखती है। यह सवारी बिल्कुल एक रेसिंग कार की तरह दिखाई पड़ता है इसमें कार की स्टीयरिंग और कुर्सी भी फिट की गई है। इस कार के मालिक ने एक जैकेट और हेलमेट पहनकर दूध से लदे कंटेनर को सड़क पड़ जा रहा था। इस व्यक्ति का वीडियो बना कर किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिसके बाद इस वीडियो को देखने के बाद आनंद महिंद्रा भी इस क्रिएटिव शख्स से मिलना चाहते हैं।

जुगाड़ू कार बनाने का ख्याल कहा से आया?

दरअसल शिवपूजन बचपन से ही नए कार्य को करने की रुचि रखते थे। शिवपूजन इंजीनियर भी बनना चाहते थे लेकिन अपने परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्होंने इंजीनियर बनने का सपना मन से हटा दिया। पहले शिवपूजन रंगाई पुताई का काम सीखे और इसी से अपने परिवार का गुजारा करने लगे। उसके बाद इनकी रूचि बढ़ी तो इन्होंने पेंटिंग भी शुरू कर दी। उसके बाद यह दीवारों पर चित्रकारी और राइटिंग का काम करने लगे। लेकिन इसमें उनको ज्यादा कमाई नहीं होता था जिसके बाद 5 साल पहले उन्होंने वेल्डिंग का काम सीखा और गेट, ग्रिल आदि बनाने लगे बस यहीं से उनके मन में जुगाड़ू कार बनाने का विचार आया।

भाइयों का मिला साथ

शिवपूजन की आर्थिक स्थिति उतनी ठीक नहीं थी इसलिए उनके मन में यह सवाल था कि पैसे कैसे आएंगे इस जुगाड़ू कार्ड को बनाने के लिए बातचीत के दौरान शिवपूजन बताते हैं कि इस जुगाड़ू कार को बनाने में जितने भी खर्च आए तो उनके भाइयों ने भी उनका साथ दिया उनके भाई के वजह से पूरा 1 लाख का इंतजाम हुआ। इसके बाद 3 महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह जुगाडु कार बनकर तैयार हुई। जानकारी के लिए आपको बता दें यह जुगाड़ू कार 40 से 50 किलोमीटर की स्पीड से सड़कों पर दौड़ती है जब पहली बार सड़क पर यह कार दौड़ी तो सब ने इसकी खूब तारीफ की। जिसके बाद शिवपूजन का हौसला बढ़ा और उन्होंने कार को और बेहतर मॉडल तरीके से बनाया। इस पूरे कार के निर्माण पर सवा लाख रुपए खर्च हुए।

सोशल मीडिया पर इस कार का वायरल वीडियो

जानकारी के अनुसार से पूजन को यह नहीं पता था कि यह वीडियो किसने डाला। हालांकि जिसने भी इस वीडियो को वायरल किया है उसने शिवपूजन की मेहनत को समाज के सामने लाकर बहुत बड़ा काम किया है। सड़कों पर चलते हैं इस कार की तारीफ करने पर कई लोगों के साथ उन्होंने फोटो खिंचवाई। लेकिन अब इतनी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा से तारीफ मिलने के बाद उनका हौसला काफी बढा।

 

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