कहते हैं दुनिया का सबसे पवित्र शब्द मां है. धरती पर भगवान का दूसरा रूप है तो वह मां जब एक महिला अपने बच्चों को जन्म देती है तो उसे एक साथ 20 हड्डी टूटने का दर्द महसूस होता है उसके बाद भी उसे खुशी मिलती है। एक मां को यह फर्क नहीं पड़ता कि उसका बच्चा गोरा है या काला है या फिर विकलांग है। एक मां के लिए बेटा और बेटी सब उसके लिए प्यारा होता है। अब हर क्षेत्र में बेटियां आगे है। सरकार भी बेटीयो के लिए कई सारी योजना खोल चुके हैं। अक्सर हम लोग यह सुनते हैं कि किसी की बेटी आईएएस बन गई तो किसी की जज। तो आज हम आपको ऐसी घटना के बारे में बताएंगे जैसे ने मां की ममता को तार-तार कर के रख दिया।
जानें इस मामले की पूरी जानकारी
जानकारी कल आपको बता दें यह घटना छत्तीसगढ़ राज्य के मुंगेली जिले का है। दरअसल एक दिन नवजात बच्ची कुत्तों के बीच बिना कपड़ों के रात भर पड़ी रही। उसकी मां ने उस बच्ची को रात के समय कुत्ते के बच्चों के बीच छोड़ दिया। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि उन कुत्तों ने उस बच्ची को कुछ नहीं किया यहां तक की एक कुत्तिया ने रात भर उस बच्ची को अपना बच्चा समझकर पाला और उसे दूध भी पिलाया। इससे यह पता चलता है कि उस मां से ज्यादा मानवता उस कुत्तिया में है।
कुत्तों में सूखने की शक्ति काफी तेज होती है वह सूंघकर ही उस बच्ची को पहचान गए होंगे। फिर भी उन्होंने उस बच्ची के साथ कुछ अनहोनी नहीं किया। वहां मौजूद कुत्ते बच्चे को चीर फाड़ सकते थे उसे खा भी सकते थे। परंतु उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया जब सुबह हुई तो गांव वाले की नजर उस बच्ची पर गई उन्होंने फौरन पुलिस को इनर्म किया।
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस
जैसे ही पुलिस को नवजात बच्ची की सूचना मिली लोरमी पुलिस अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची उस नवजात शिशु को तुरंत लोरमि पुलिस लोरमी मातृ शिशु अस्पताल लेकर पहुंचे और उसे वहां भर्ती कराया जहां उस नवजात बच्चे का प्राथमिक इलाज किया गया। इलाज के बाद उस नवजात बच्ची को चाइल्ड केयर मुंगेली रेफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार उस बच्ची के कोई कपड़ा भी नहीं था बच्ची रात भर पिलो के साथ पड़ी रही सबसे अच्छी बात यह है कि कुत्तों ने बच्चे को कुछ नहीं किया और रातभर उसे पूरी तरह से सुरक्षित रखा। इस मामले की अभी जांच चल रही है हालांकि इस मामले की अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
बेटियों के लिए किए गए प्रयास सफल नहीं हो रहे
सरकार बेटियों के लिए कई सारे योजना बनाते रहती है वीडियो की रक्षा के लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान भी चल रहे हैं सरकार द्वारा दी गई योजना – कन्यादान योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना भी चलाई गई है। पढ़ाई के लिए भी सरकार पैसे दे रही है ताकि देश में बेटियों की जरूरत लोगों को समझ आए और बेटों की तरह उनकी परवरिश हो। इसका बदलाव भी देखने को मिल रहा है परंतु अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो बेटियों के कद्र करना नहीं जानते। कई जगह अभी भी भ्रूण हत्या जैसे मामले देखने को मिलते हैं।