Thursday, May 9th, 2024

27 साल की लड़की ने मात्र 11 हजार से सुरु किया शुद्ध दूध का बिज़नेस अब करती है करोड़ो का व्यवसाय

आज के दौर में लड़कीअ हर काम में लड़को से कंधे से कन्धा मिला कर कड़ी है. ये कहना भी गलत नहीं होगा की कई मायनो में लड़किया कई कदम आगेभी निकल चुकी है. चाहे वो नौकरी की बात हो या बिज़नेस, आज किसी के उम्र और उसके जेंडर से अनुमान नहीं लगाया जा सकता की उसमे कितना सामर्थ्य है. ऐसा ही मिसाल शिल्पी सिन्हा ने कृषि के छेत्र में स्थापित कर के दिखा दिया. हम बात कर रहे भारत के सबसे प्राचीन संस्कृति में कृषि के साथ साथ गौ पालन के बारे में.

जैसा की आप सबको पता है की कुछ लोग मुनाफे के चक्कर में खाने पिने की वस्तुओ में खूब मिलावट करते है. उचित मूल्य चुकाने के बावजूद हमें शुद्ध खाने पिने के वस्तुए नहीं मिल पाती. पैकेट वाले दूध से भी आप अंदाजा नहीं लगा सकते की वो दूध सौ प्रतिसत सुध ही हो. दूध में पानी की मात्रा और रासायनिक सामग्रीय भी कुछ लोग अपने लाग के लिए मिला ही देते है. ऐसी ही चीजों को देखते हुए शिल्पी ने गाय का शुद्ध दूध बेचने का व्यापार शुरु करने का फैसला लिया।

अकेले खड़ी करदी शुद्ध दूध की कंपनी

2012 में झारखण्ड की रहने वाली शिल्पा सिन्हा बंगलोरे गई वह उन्हें शुद्ध दूध मिलने में बहुत की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. अब जिसे शुध्दता की आदत हो वो गुंडवत्ता से समझौता तो कर ही नहीं सकता है. ऐसे में शिल्पा ने अपनी पढाई पूरी करने के तुरंत बाद ही बिना कोई देरी किए गाय के शुद्ध दूध बेचने का व्यवसाय शुरू किया । शिल्पी के अनुसार उन्होंने अकेले ही ये कंपनी बना डाली।

डेयरी क्षेत्र से न जुड़े होने के कारन सुरुवात में शिल्पा को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. मूल रूप से बंगलोरे की न होने के कारण उन्हें भाषा को लेकर भी बहुत दिक्कत आई थी. फिर भी शिल्पा ने परिस्थियों के सामने गुथने नहीं टेके. उन्हों ने हार न मानते हुए सीधे किशानो के जानकारी हासिल की कि कैसे गाय की देखरेख की जाती है।

2 साल में 1 करोड़ का टर्नओवर

बिज़नेस की सुरुवात में शिल्पा को वर्कर ढूंढ़ने में भी काफी दिक्कत आई इसीलिए वे खुद सुबह ३ बजे उठ कर खेतो में जाय करती थी. लड़की होने के कारण उन्हें मनचलो का डर भी था इसलिए साथ में वे एक चाक़ू और पेपरस्प्रे साथ रखती थी ताकि वे खुद की सुरक्खा भी कर सके. खुद सब कुछ करने के बाद जब उनके पार 500 ग्राहक हो गए तो उन्होंने अपनी कंपनी की स्थापा की. 2 साल के अंदर ही उन्होंने 1 करोड़ का टर्नओवर भी कर के दिखा दिया.

27 साल की लड़की

इस कंपनी के माध्यम से शिल्पा सिन्हा बच्चो को दूध प्रदान करती है. काम आयु में ही सुद्ध दूध मिलने से बच्चो की ग्रोथ अच्छी होती है है और दूध हड्डीओं के लिए बहुत जरुरी है. 62 रूपए में 1 लीटर में यह दूध सिर्फ 1 से 9 साल के बच्चो को ही दूध दिया जाता है. एक साल से कम के बच्चो को अभी डिलीवरी नहीं मिलती.

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