Thursday, May 9th, 2024

उधार लेकर किसान के बेटे ने सुरु किया बिज़नेस, 100 करोड़ के हेलीकॉप्टर के साथ बना अरबो का मालिक

हेलीकाप्टर एक ऐसे चीज है जिसकी आवाज सुन कर आज भी बच्चे आस्मां की तरफ बड़े उत्साह से देखने लगते है. सायद आँखों में इस उड़न खटोले पर सवारी करने सपना हो. अपनी कड़ी मेहनत के साथ एक किसान के बेटे ने उस हेलीकॉप्टर को ही खरीद लिया जिसे वे सायद बचपन में नीले आस्मां में उड़ते देखता होगा.

बहुत से लोग ऐसे होते है सारे संसाधनों से लाडे होते है पर दुनिया में ख़ास नहीं कर पाते वही कुछ ऐसे भी लोग मिल जाते है जिनके पास कुछ नहीं होता फिर भी वे पानी मेहनत और हुनर के दम पर इस दुनिया में अपनी छाप छोड़ जाते है. उनके जीवन में चाहे जितनी भी कठिनाइया हो वे अपने लक्ष से कभी नहीं भटकते और कड़ी मेहनत और लगन से कामयाब हो जाते है. केरल के एक छोटे से गांव के रहने वाले रवि पिल्लई ( Ravi Pillai ) ने भी कुछ ऐसा ही किया की अब पूरी दुनिया में उनका नाम हो रहा है.

जब भी किसी किसान की बात होती है तो लोगो के मन में एक गरीब इंसान आता है जो खेतो में कड़ी मेहनत करता दिखाई पड़ता होगा और ऐसा अक्सर होता भी है. मिट्टी से जुड़े इंसान के सरीर पर मिट्टी तो लगी मिलेगी ही. लोगो के मन में ये भी रहता है की एक किसान का बेटा वही काम करेगा जो उसके बाप दादा करते होंगे. पर रवि पिल्लई ने उस सोच को ही पलट के रख दिया जिसमे किसी को ये नहीं लगता होगा की एक किसान पुत्र अरबो के बिज़नेस का मिल्क भी बन सकता है.

पिता ने पढ़ाया लिखाया

रवि पिल्लई का जन्म 2 सितम्बर 1953 में हुआ था. उनके पिता एक किसान थे और खेतीबाड़ी से ही घर उनका घर चलता था. इस वजह से रवि को बचपन में सिर्फ उतना मिला जितना पाकर वो जीवित रह सके. कुछ अलग से शौक उनके पुरे नहीं होते थे.

किसी भी आम पिता के ही तरह रवि के पिता भी चाहते थे की उनका बेटा पढ़ लिख ले जिसके लिए वे चिंतित भी रहते थे. वे नहीं चाहते थे की उनका बेटा भी उनकी तरह किसान बने क्युकी कम मुनाफा और जी तोड़ मेहनत भी एक किसान का साथ कभी नहीं छोड़ती. स्थानीय कॉलेज से स्नातक की और कोच्चि युनिवेर्सिटी से रवि ने अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन कम्पलीट कर ली. उनकी रूचि बिज़नेस होने लगी थी.

उधर लेकर सुरु की कंपनी

किसी भी बिज़नेस को सुरु करने के लिए पैसे की आवस्यकता होती है और रवि ठहरे के गरीब किसान परिवार से जिस वजह से उन्हें पैसे कही और से जुटाने थे. रवि ने अपने कुछ दोस्तों से उधर लेकर एक चिट-फंड कंपनी शुरू की. उनका पहला लक्ष्य मनो बन गया था की अपने ऊपर पड़े इस उधर को हटाना है जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और अपना सारा उधर भर दिया.

रवि ने अपनी चिट फंड कंपनी से कमाए हुए मुनाफे को और बढ़ाना चाहा और एक कंस्ट्रक्शन कंपनी शुरू कर दी. एक बिज़नेसमन अपने सरे पैसे को कई गुना बढ़ाना चाहता है. वही सोच रवि की भी रही होगी. उनके दिमाग में अपने भविस्य को लेकर बहुत कुछ चलता रहता था.

सुरु की कंस्ट्रक्शन कंपनी

पिल्लई के अंदर लगन की कमी नहीं थी पर जिस चीज की कमी थी वो था तजुर्बा. वेल्लोर हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट फैक्ट्री की तरफ से बिल्डिंग बनाने का पहला आर्डर उन्हें मिला था पर उसमे उन्हें काफी ज्यादा घाटे का सामना करना पड़ गया.

इतना बड़ा ठोकर पड़ने पर भी रवि ने हार नहीं मानी और वे फिर से खड़े हुए. किस्मत ने भले ही उनका साथ नहीं दिया हो पर मेहनत और जोश तो उनके अंदर भरा पड़ा था. साऊदी अरब में नसीर एस हल हाजरी के नाम से कंस्ट्रक्शन कंपनी की उन्होंने शुरुआत की, और इस बार किस्मत भी रवि की मेहनत के आगे झुक गई और उनका बिज़नेस ज़ोर शोर से चलने लगा था.

ख़रीदा 100 करोड़ का हेलीकाप्टर

आज उनकी सफलता की चर्चा हो रही है पर रवि की सफलत के पीछे उनकी मेहनत और हौसला थी. रवि पिल्लई ने जब एयरबस एच 145 हेलीकॉप्टर खरीद के दिखा दिया तो सब कोई रवि प्रसंसा कर्त नहीं थक रहा है. यह हेलीकॉप्टर सबसे आधुनिक हेलिकोप्तेर्स में से एक है. इसकी कीमत 100 करोड़ है जिसमे पायलट के अलावा 7 यात्री और सासनी से सफर कर सकते है.

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