टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारत को कुल 7 मेडल मिले जिसमें सिल्वर, ब्रांज और गोल्ड शामिल है। महिलाओं ने भी इस बार ओलंपिक में उम्मीद से बढ़कर अपना प्रदर्शन दिया। नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।
गोल्ड मेडल जीतने के बाद जब नीरज चोपड़ा भारत पहुंचे तो उनका खूब धमाकेदार स्वागत हुआ जब वह अपने गांव खंडारा पहुंचे तो वहां जश्न का एक अलग ही माहौल था। पूरा गांव खुशियों से ढोल नगाड़ों के साथ झूम रहा था नीरज चोपड़ा के स्वागत में।
परिवार में मेरा नीरज चोपड़ा का स्वागत
नीरज के स्वागत में उनकी दादी ने अलग से तैयारी कर रखी थी। उनका कहना था कि उनका घर आएगा तो उनकी फेवरेट उन्हें बनाकर खिलाएगी। उनकी मां ने भी कहा कि “जिस तरह से मेरे बेटे ने 11 साल की कड़ी मेहनत के बाद आज इतनी बड़ी उपलब्धि उसे मिला है उससे मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।
उनके पिता सतीश चोपड़ा ने भी कहा कि “आज का यह दिन उनके लिए सबसे गर्व का दिन है और उनके बेटे ने ना सिर्फ उनका बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है”। उन्होंने आगे कहा कि “हम सुबह से ही टीवी ऑन कर के बैठे थे। मां बहने और पड़ोस की महिलाओं ने भी घर पर ही नीरज का पूरा मैच देखा। जैसे ही नीरज ने भाला फेंक गोल्ड मेडल अपने नाम किया उस पल से हमारेआंखों से आंसू थम नहीं रहे थे। वह पल हमारे लिए सबसे यादगार पल था।
भाई के लिए बहनों का इंतजार
नीरज चोपड़ा की बहने अपने रक्षाबंधन के लिए अपने खास इंतजाम करती है। उनका कहना है कि यह रक्षाबंधन उनके लिए बहुत ही स्पेशल होगा। उनकी बहने बड़ी बेसब्री से अपने भाई का इंतजार कर रही है।
नीरज चोपड़ा की बहने गीता और सरिता का कहना है कि उनके भाई ने इस बार रक्षाबंधन में ऐसा तोहफा दिया है जो आज तक किसी भाई ने अपनी बहन को नहीं दिया होगा। इस खास तोहफे को वह क्या पूरा देश भी कभी नहीं भूल पाएगा।