बॉलीवुड के अनेक ऐसे किस्से है जिन्हे सुन कर लोग अचंभित हो जाते है. और सोच में पड़ जाते है की क्या सच में ऐसा हुआ होगा. ऐसा ही एक किस्सा अमिताभ बच्चन और महमूद के बिच हुआ. सब को पता है की अमिताभ बच्चन और महमूद बहुत करीब हुआ करते थे। महमूद खुद को अमिताभ का दूसरा पिता बताया करते थे।
महमूद के अनुशार अमिताभ उनकी इतनी इज्जत करते थे कि वो जब भी उनकी आवाज सुनते तो अपने पैरो पर खड़े हो जाते। एक बार तो अमिताभ महमूद के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाने लगे थे। चलिए जानते है इस पूरी घटना के बारे में.
यह बात 1972 की जब बॉम्बे तो गोवा की शूटिंग चल रही थी. अमिताभ और महमूद दोनों इस फिल्म में काम किया था. इस फिल्म का प्रोडक्शन महमूद ने उस समय किया था।
फिल्म में एक गाना था ‘देखा ना हाय रे..’ जिसमे अमिताभ को डांस करना था। लेकिन अमिताभ बच्चन डांस करने में बहुत दिक्कत हो रही थी। अमिताभ के मुताबिक वो नाचने में अच्छे नहीं थे।
महमूद के मुताबिक अमिताभ को किसी भी हाल में नाचना ही था। अमिताभ ने शूटिंग में जैसे ही नाचना शुरू किया तो सेट पर मौजूद कई लोग हंसने लगे। अमिताभ को बहुत शर्मिंदगी हुई। उन्हें लगा मानो लोग कह रहे हैं कि इसे तो नाचना भी नहीं आता।
इस सोच में दुब कर अमिताभ बुरी तरह से बीमार पड़ गए थी औऱ वो अपने बेड रूम में जाकर लेट गए। थोड़ी देर में महमूद आए तो अमिताभ को खोजने लगे।
जब महमूद अमिताभ को ढूंढ़ते हुए उनके बैडरूम में पहुंचे तो अमिता समझ गए की अब ये मुझे फिर से नचाएंगे. इसी सोच में महमूद के पैर पकड़ लिए और कहने लगे- भाई जान मुझसे ये मत करवाइए, हो नहीं पाएगा मुझसे। सब लोग हंस रहे हैं। फिल्म रिलीज होगी तो पूरा देश हंसेगा।
तब जाकर महमूद ने अमिताभ को दिलासा दिया की देखे डांस तो तुम्हे हर हाल में करना पड़ेगा और रही बात लोगो के हसने की तो घबराओ नहीं कोई नहीं हसेगा. सेट पे जाकर महमूद ने सबको समझाया की अमिताभ का मनोबल बढ़ने के लिए सब तालिया बजाये और जैसे ही वे नाचना सुरु करे उसी समय रिकॉर्ड करले.
इतनी कोसिसो के बाद अमिताभ आखिर नाचे और वो गाना उस समय का सुपर हिट गाना साबित हुआ. अमिताभ के डांस को लोगो ने खूब पसंद किया.