Tuesday, April 30th, 2024

200 किलो के पहलवान को दारा सिंह ने फेंक दिया था उठाकर, राम भक्त हनुमान बन छा गए थे दुनिआ में

बॉलीवुड एक ऐसा मंच है जिसने बड़े बड़े सितारों को चमकने का मौका दिया है. एक बार अगर कोई बॉलीवुड में जगह बना लते है तो वह दर्शको के दिल में भी अपनी छाप छोड़ जाता है. दारा सिंह Dara Singh भी ऐसे ही कलाकार रहे है जिन्हे चाहने वालो की लम्बी लिस्ट है. दारा सिंह ने अखाड़े से निकलकर फिल्मों का रुख किया था.

एक समय था जब डरा सिंह अखाड़े में कुस्ती किया करते थे वही से निकल वे फिल्मों का रुख किया था. कुश्ती की दुनिया में कोई भी उनसे बराबरी नहीं कर सकता था. जब वे हिंदी फिल्मो में आये तो वह भी छा गए. उन्होंने अपने अदाकारी से लोगो का दिल जित लिया. आज हम बात करेंगे उनसे जुड़े हुए किस्सों की.

19 नवंबर 1928 को पंजाब के अमृतस में दारा सिंह का जन्म हुआ था. भए ही वो आज इस दुनिआ में नहीं है पर जीते जी उन्होंने जो कर दिया है और जो हासिल कर गए है वो सायद ही आज कोई कर पाए. उनके नि’ध’न पर करोड़ों प्रशसंकों की आंखें नम हो गई थी. उनसे जुड़े कई किस्से बेहद मशहूर है.

बचपन से ही था कुश्ती का शौक

यह बात सायद आप नहीं जानते होंगे की दारा सिंह का पूरा नाम दारा सिंह रंधावा था. बचपन उनका कद और काठी आम बच्चो से बड़ा था. उन्हें बचपन से ही कुश्ती करने का शौक था. उन्होंने अपना सारा शौक पूरा किया और कुश्ती की दुनिआ में भी अच्छा नाम कमाया था.

डरा सिंह शुरुवात के दिनों में अखाड़े में ही कुश्ती किया करते थे फिर बाद में वे मेलों और अन्य समारोहों में कुश्ती प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने लगे थे. 1947 में उन्हें पहली जीत प्राप्त हुई. सिंगापुर में मलेशियाई चैम्पियन तरलोक सिंह को कुश्ती में धूल छठा कर वे एक प्रशिद्ध पहनवान बन गए.

55 साल की उम्र तक की पहलवानी

आम तौर पर कहा जाता है की आज के दौर में असली खाना नहीं मिलता. हर चीज में मिलावट होती है. पर सायद दारा सिंह में असली घी खाया था इसीलिए उन्होंने 55 साल की उम्र तक भी पहलवानी की. बचपन के इस शौक को वे हमेसा अपने दिल में रखते थे सायद इसीलिए कोई भी मैच हो वे अपना जी जान लगा देते थे. दारा सिंह ने अपने कुश्ती कोई भी मैच नहीं हारे.

साल 1959 में दारा सिंह ने कॉमनवेल्थ में विश्व चैम्पियनशिप जीती थी. पूर्व विश्व चैम्पियन जार्ज गारडियान्का को हरा उन्होंने ये कर्मणा किया था. 1968 में उन्होंने विश्व चैम्पियन रहे लाऊ थेज को भी फ्रीस्टाइल कुश्ती में हरा दिया था. ख़ास बात यह है कि दारा सिंह ने अपने जीवन में कुश्ती के कुल 500 मुकाबले लड़े और एक मैच में भी उन्हें हार नहीं मिली. उन्हें सभी मैच में सफलता प्राप्त हुई थी.

200 किलो के किंग कॉन्ग को सिर से ऊपर उठाकर प’ट’क दिया

एक बार की बात है जब दारा सिंह का सामना ऑस्ट्रेलिया के मशहूर पहलवान किंग कॉन्ग के साथ भी हुआ. इस मैच ने काफी दर्शको को आकर्षित किया था. 130 किलो के दारा सिंह ने 200 किलो के किंग कॉन्ग को सिर से ऊपर उठाकर प’ट’क दिया था. इस दांव के बाद किंग कॉन्ग रेफरी पर चिल्लाने लगे थे, उनके मुताबिक़ यह दांव कुश्ती नियमों के ख़िलाफ़ था. दारा सिंह का पैतरा देख कर सब हैरान हो गए थे.

दारा सिंह ने रामानंद सागर के मशहूर धारावाहिक ‘रामायण’ में श्री राम भक्त हनुमान जी का रोल किया था. इस किरदार से वे हर घर में मशहूर हो गए थे. आज भी जब कोई उन्हें याद करता है तो हनुमान जी के रूप में स्मरण होते है. 12 जुलाई 2012 को 84 साल की उम्र में मुंबई में उनका नि’ध’न हो गया था.

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