‘मिस्टर इंडिया’ एक ऐसी फिल्म थी जिसे कोई बड़ा हो बच्चा, सबने पसंद किया था. इस फिल्म में एक सीन था जिसमे भगवान हनुमान जी की मूर्ति हवा में उड़ते हुए गुं’डों की पि’टाई करती है. तब जाकर एक अंगरेज हनुमान जी का जयकारा करने लगता है. जी हां हम बात कर रहे बॉब क्रिस्टो Bob Christo जो असलमे में ऑस्ट्रेलिया के निवासी थे. आज जानेंगे आखिर को कहा गए.
1938 को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में क्रिस्टो का जन्म हुआ था. उनका असली नाम रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो था। बॉब ने ‘मिस्टर इंडिया’. ‘गुमराह’, ‘रूप की रानी चोरों का राजा’, ‘नमक हलाल’, ‘कालिया’, ‘हा’दसा’ जैसी कई हिट फिल्मों में अभिनय किया था. 80 के दशक में उन्हें कई सारी फिल्मो में देखा गया था. उन्हें अक्सर विदेश से आये डॉन का रोल मिलता था. लेकिन सायद काम लोगो को पता होगा की बॉब भारत सिर्फ परवीन बाबी के लिए आये थे.
200 से अधिक फिल्मों में किया काम
हिंदी फिल्मो में 200 से अधिक फिल्मों में काम कर लाखों लोगों के दिलों में खास पहचान बना ली थी. आपको बतादें बॉब क्रिस्टो का जन्म 1938 ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हुआ था. इसके पश्चात उन्हें उनके पिता 1943 में जर्मनी ले गए. वह उनकी दादी और बुआ रहा करती थी इसीलिए उनके पिता उनके यहाँ बॉब को ले गए.
परवीन बॉबी बानी बॉलीवुड में एंट्री की वजह
हालांकि उसी दौरान जर्मनी में वर्ल्ड वॉर चल रहा था। ऐसे में बॉब ने वहां पढ़ाई के साथ ही थिएटर भी शुरू कर दिया. ऐसा माना जाता है की एक बार बॉब क्रिस्टो ने एक मैगजीन कवर पेज पर परवीन बॉबी की एक फोटो देखी थी और वह परवीन बाबी से बहुत ज़्यादा प्रभावित हुए थे कि वह उनसे मिलने की चाहत में भारत आ गए थे.
बॉब की शादी हेल्गा से हुई थी। हेल्गा से उन्हें तीन बच्चे हुए एक बेटा डॉरियस और दो बेटियां मॉनिक और निकोल। हालांकि बाद में हेल्गा की मृ’त्यु हो गई। अपनी पहली पत्नी हेल्गा की मौत के बाद उन्होंने नरगिस से दूसरी शादी कर ली. नरगिस भारतीय मूल की निवासी थी.
बॉब क्रिस्टो आखरी बार “वीर सावरकर” में नजर आये थे. इस फिल्म वे एक अंगरेज अफसर बने थे जिसका नाम था विलियम हर्ट. वर्ष 2011 को बॉब ने इस दुनिआ को अलविदा कह दिया. उनकी मृ’त्यु हा’र्ट अटै’क से हो गई थी. उस समय बॉब 72 साल के थे और बंगलोरे में ये वाक्य हुआ.