क्या हो जब आप सुबह सुबह सब्जी लेने निकले औऱ घर पहुंचते ही करोड़पति बन जाए. कहते है न की भगवान् जब देता है छप्पर फाड़ के देता है. ऐसा ही ही हुआ 77 वर्षीय सदानंदन ओलीपराम्बिल के साथ. एक दिन रविवार की सुबह वे घर से सब्जिया लेने गए पर अपने साथ छुट्टे पैसे नहीं ले गए. उनकी जेब में एक 500 का नोट था. उन्होंने ने एक दुकान से एक लॉट’री का टिकट खरीद 500 के नोट के छुट्टे करवाए. यही एक मोड़ था जिसने उन्हें आज करोड़पति बना दिया.
आपको बता दे सदानंद लंबे समय से लॉट’री का टिकट खरीद रहे थे पर उनकी किसकमत आज तक नहीं चमकी थी. लेकिन इस बार माता लक्समी उनपर मेहरबान थी. टिकट खरीदने के कुछ ही घंटे बाद. उन्हें मालूम पड़ा कि वह जैकपॉट के विजेता बन गए हैं, इसकी इनाम राशि 12 करोड़ थी।
छुट्टे कराने के चक्कर में बन गए करोड़पति
केरल के कोट्टायम के निवासी सदानंदन ओलीपराम्बिल अब 77 वर्ष के हो गए है. केरल सरकार के क्रिसमस-न्यू ईयर लॉट’री का टिकट उन्होंने संजोग में खरीद लिया औऱ उसकी सबसे इनामी रकम यानि 12 करोड़ रूपए उन्होंने जीत लिया. उन्होंने कई बार अपनी किस्मत को आजमाया था औऱ कई सालो से टिकट खरीद रहे थे. पर कहते है न किसी को भी वक्त से पहले आज तक कभी कुछ नहीं. वही सदानंदन के साथ भी हुआ. रविवार को ही उनका करोड़पति बनना लिखा था सायद.
सदानंदन ने बताया की वे सामान लेने घर से निकले थे औऱ मीट की दूकान की तरफ जा रहे थे औऱ उन्हें छुट्टे की जरुरत थी. छुट्टे करने के लिए उन्होंने लॉटरी टिकट (XG 21858) खरीद ली. उन्होंने कहा, “मैं मीट की दुकान की तरफ जा रहा था और नोट का छुट्टा कराने की कोशिश कर रहा था। जब छुट्टा नहीं मिला तो उन्होंने एक लॉटरी टिकट खरीद लिया, और दोपहर में जब रिजल्ट आया तो उनके होस उड़ गए। क्योंकि यकीन ही नहीं हुआ कि वो कुछ ही घंटे में ‘करोड़पति’ बन गए हैं।”
ठीक नहीं थी घर की हालत
सदानंदन का एक छोटा सा परिवार है औऱ वे अपनी पत्नी औऱ बच्चों के साथ एक छोटे से मकान में रहते हैं. लॉक डाउन के बाद उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. किसी तरह तो वे अपने घर का खर्च चला रहे थे. उन्होंने बताया की अब वे अपने लिए एक बड़ा सा घर लेंगे. वे इन पैसो से अपने परिवार का भविष्य ठीक करेंगे. बाकी पैसे का क्या करना है वे उनके दो बेटों सनीश और संजय से परामर्श के बाद तय करेंगे.
टैक्स काटने के बाद सदानंद को लगभग 7.39 करोड़ रुपए मिलेंगे. ये टिकट जिसने उन्हें करोड़पति बना दिया उसकी कीमत 300 रुपये थी. ये टिकट उन्होंने लॉटरी एजेंट बिजी वर्गीज से ख़रीदा था. 47 लाख से अधिक टिकट बेचने के बाद केरल के लॉटरी विभाग ने लकी ड्रा कराया था.