कभी-कभी जीवन से हमें कुछ ऐसा मिल जाता है जिसकी हम कभी उम्मीद नहीं कर रहे होते। कुछ लोग छोटे-छोटे काम कर के ही आगे बढ़ जाते हैं। कभी ऐसा होता है कि किसी का साथ ही हमें ऊंचाइयों पर पहुंचा देता है।इसी तरह एक व्यक्ति कि आज हम बात कर रहे हैं जो राजस्थान के जयपुर जिले के रहने वाले हैं जिनका नाम है रंजीत सिंह।
रंजीत सिंह के कामयाबी के किस्से
साल 2008 में रंजीत जयपुर में एक ऑटो रिक्शा चलाते थे। उस ऑटो रिक्शा में कई विदेशी पैसेंजर भी सवारी करते थे। उस विदेशी सवारी की भाषा को रंजीत अच्छे से समझ नहीं पाते थे। जबकि दूसरे ऑटो रिक्शा वाला अनेक भाषाएं सीख कर उन सैलानियों के साथ काफी अच्छे से बातचीत कर लेते थे। यह सब देखने के बाद रंजीत ने भी कुछ भाषाओं को सीखने का प्रयत्न किया। विदेशी भाषा सीख जाने के बाद रंजीत ऑटो रिक्शा छोड़ एक टूरिस्ट गाइड बनने का निर्णय लिया। जयपुर में जितने भी विदेशी सैलानी आते थे रंजीत उनको उनकी भाषाा में गाइड करते थे।
उनके जीवन की सफलता की शुरुआत
टूरिस्ट गाइड का काम करने के दौरान ही उनकी सफलता की शुरुआत हुई। दरअसल, फ्रांस से एक विदेशी युवती जयपुर घूमने आई। उनका टूरिस्ट गाइड रंजीत सिंह ही थे। उस युवतियों को जयपुर घुमाते घूमाते रंजीत और उनके बीच दोस्ती हो गई। जयपुर घूमने के बाद वह युवती फ्रांस लौट गई इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से रंजीत और उसके बीच संपर्क बना रहा और उनकी यह दोस्ती प्यार में बदल गयी।
रंजीत की अपनी प्रेमिका से शादी
कुछ समय बाद रंजीत अपनी उस फ्रांसीसी प्रेमिका से मिलने के लिए फ्रांस जाने का निर्णय लिया। जिसके लिए उन्हें वीजा की जरूरत पड़ी और उन्होंने उसके लिए अप्लाई किया। परंतु कुछ कारण से बार-बार उनका वीजा रद्द होता रहा। इस बात से परेशान वह फ्रांसीसी युवती फिर से एक बार भारत आई।
दोनों ने मिलकर भारत में फ्रेंच एंबेसी के बाहर धरना दिया। जिसके फलस्वरुप फ्रेंच एंबेसी के अधिकारियों ने दोनों से मुलाकात की इसके बाद रंजीत सिंह को केवल 3 महीने के लिए फ्रांस का वीजा मिला। जिसके बाद रंजीत सिंह ने साल 2014 में अपनी विदेशी प्रेमिका के साथ शादी रचाई।
फ्रेंचाइजी भाषा सीखने की शुरुआत
रंजीत सिंह अब जिनेवा में एक रेस्टोरेंट में काम कर रहे हैं। अब रंजीत सिंह चाह रहे हैं कि वह एक अपना रेस्टोरेंट खोलें जिसमें दोनों पति पत्नी मिलकर एक साथ काम करें। उन्होंने लोंग टर्म विजा के लिए भी अप्लाई किया है परंतु वीजा देने वाले अधिकारियों ने उनसे कहा है कि long-term वीजा लेने के लिए उन्हें फ्रांस की भाषा सीखनी पड़ेगी। जिसके बाद रंजीत सिंह फ्रांस की भाषा सीखने के लिए कुछ फ्रेंचाइजी कोचिंग ज्वाइन की है और अब रंजीत सिंह एक सुख समृद्धि वाला जीवन व्यतीत कर रहे हैं।