Thursday, May 9th, 2024

सास बनी एक मिसाल, अपनी विधवा बहू को पढ़ाया लिखाया, खुद के पैर पर किया खड़ा और दूसरी शादी कर किया कन्यादान, जानिए पूरी कहानी

धीरे-धीरे अब लोगों के सोच में भी परिवर्तन देखने को मिल रही है राजस्थान में पहले दहेज हत्या और बाल विवाह के मामले सुनने को मिलते थे उसी राजस्थान तस्वीर अब बदल रही है। वहां के लोगों का महिलाओं के प्रति नजरिया भी बदल रहा है शायद उन्हें यकीन हो गया है कि महिलाएं भी अब किसी से कम नहीं है। एक समय था जब बहू बेटियों को घर से निकलना भी मना था उन्हें उनके हक से वंचित रखा जाता था।

परंतु वक्त के साथ-साथ लोगों की सोच में भी परिवर्तन हो रहे हैं माता-पिता अपनी बेटियों को पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ने को प्रेरित कर रहे हैं। दरअसल रााजस्थान के सीकर के फतेहपुर गांव से एक ऐसी घटना सामने आई है और छोटे से गांव वाली टीचर कमला देवी ने एक मिसाल कायम की है। सर कमला देवी ने अपनी बहू को नया जीवन दिया है और महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है। चलिए जानते हैं पूरी घटना के बारे।

बेटे की मौत के बाद बहू को पढ़ाया

जानकारी के अनुसार राजस्थान के सीकर के एक छोटे से गांव के रहने वाली महिला कमला देवी के बेटे की मृत्यु ब्रेन स्ट्रोक हो जाने के कारण हो गई थी। बेटे की मौत हो जाने के बाद कमला देवी ने अपने बहू को घर से ना बाहर निकाला ना ही उस पर किसी तरह का शोषण किया बल्कि उन्होंने एक ऐसा मिसाल कायम किया जिसके बाद सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई अपने बेटे की मौत के बाद कमला देवी ने अपनी बहू सुनीता देवी को पढ़ाया इतना ही नहीं उन्होंने अपनी विधवा बहू की दूसरी शादी भी करवाई।

कमला देवी खुद एक शिक्षिका

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कमलादेवी भी खुद एक शिक्षक है। वह सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाती है।  शिक्षित होने के कारण ही उन्होंने अपनी बहू को पढ़ाने का सोचा। आपको यह सुनकर के भी आश्चर्य होगा कि जब उन्होंने अपने बेटे की शादी सुनीता देवी से करवाई थी। तब उन्होंने अपनी बहू के घरवालों से किसी भी प्रकार का दहेज नहीं लिया था।

बहू को पढ़ने के लिए प्रेरणा दी

कमला देवी ने अपनी बहू को मास्टर्स करने के लिए प्रेरित किया।उसके बाद उन्होंने B.Ed की डिग्री हासिल करने के लिए भी अपनी बहू का काफी सपोर्ट किया। सुनीता ने भी अपने सास के बातों से प्रेरित होकर कड़ी मेहनत करके डिग्रियां हासिल की। वर्तमान में सुनीता चूरु जिले के सरदार शहर के नैनासर सुमेरिया में टीचर के रूप में कार्यरत है।

सास ने किया बहू का कन्यादान

कमला देवी ने अपनी बहू की शादी करवाई और इतना ही नहीं एक मां के रूप में उसका कन्यादान भी किया। अपनी बहू की विदाई करते वक्त भी कमला देवी की आंखों में आंसू थे। एक साथ होकर बहू की दूसरी शादी कराने के फैसले से कोई उनकी तारीफ कर रहा था। जानकारी के लिए आपको बता दें अपनी बहू सुनीता देवी के लिए कमला देवी ने काफी अच्छा पढ़ा-लिखा लड़का ढूंढ कर शादी करवाया है। सुनीता के पति का नाम मुकेश है और भोपाल में सीएजी ऑडिटर के पद पर कार्यरत है।मुकेश के साथ-साथ उनके माता पिता और भाई भी है सीकर के चांदपुर गांव में रहते हैं।

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