बॉलीवुड में ऐसे कई अभिनेता हैं जिन्होंने गरीबी का जीवन व्यतीत किया है. पर अपने लगन और कड़ी मेहनत के दम पर करोड़ो की संपत्ति के मालिक बन गए है। वही ऐसे अभिनेताओ में एक नाम है गोविंदा का. आपको बता दे कि गोविंदा ने 35 साल पहले लव-86 और इल्ज़ाम फ़िल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी और आज भी गोविंदा ने बॉलीवुड में अपनी कुछ अलग ही पहचान बना ली है. इसके साथ ही गोविंदा काफी फिल्मे भी कर चुके हैं।
आपको बता दे की गोविंदा ने हीरो नम्बर 1 फ़िल्म में काम किया था जो काफी सुपरहिट फिल्म रही थी। साथ ही उनकी कई सारी फिल्मे हिट रही है. वर्तमान में गोविंदा 58 साल के हो गए हैं। गोविंदा ने अपने सुरुआति दौर में काफी संघर्ष किया था और गोविंदा के जन्म से पहले उनके परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उस वक्त गोविंदा के पिता अरुण आहूजा ने एक फ़िल्म बनाई थी जो बॉक्स ऑफिस पे विफल रही थी।
उधार पर लेते थे राशन
गोविंदा ने 1997 में एक प्रेस कॉम्फ्रेन्स के दौरान बताया था कि “एक समय था मैं किराने का सामान भी खरीद नही पाता था और मुझे किराने की दुकान से उधार पर राशन लेना पड़ता था. जिससे किराने वाला मुझे अपमानित करता था और काफी देर तक मुझे खड़ा रखता था. एक बार मैने किराने की दुकान पर जाने से मना कर दिया था तो मेरी माँ रोने लगी थी उनके साथ मै भी रो पड़ा था।
कई हिट फिल्मे दिए
इसके बाद गोविंदा अपनी मेहनत से आगे बढे और इन्होंने 1986 में लव-86 फ़िल्म में डेब्यू किया था और इल्ज़ाम, आंखे, राजा बाबू, हीरो नम्बर 1, बड़े मिया छोटे मिया, हसीना मान जाएगी, और बहुत सी सुपरहिट फिल्मे कर चुके हैं। गोविंदा आखरी बार बड़े पर्दे पर रंगीला राजा में नजर आए थे. इसके साथ ही गोविंदा ने कॉमिक टाइमिंग और डांस मूव्स के लिए प्रसंसा हासिल की है। गोविंदा ने कॉम्फ्रेन्स के दौरान ये भी कहा था कि “यह काफी दिलचस्प रहा है इससे मुझे अपने परिवार की सेवा करने में मद्त मिली है मैं सिनेमा का अपना ब्रांड बना सकता था, मैं शुक्रगुजार हूं कि मैं इंडस्ट्री में नये सितारे, निर्माता और निर्देशक ला सका. अगर में अपने पीछे के जीवन के बारे में सोचता हूं तो मुझे मेरा परिवार दिखाई देता हैं.
100 से ज्यादा गाने लिखे
गोविंदा ने बताते हुए कहा कि मैने लगभग 100 से 150 गाने लिखे हैं, और मैं अपने दम पर गाने को परफॉर्म करना चाहता हूँ। आपको बता दे कि वर्तमान में 58 वर्ष के होने के बाद गोविंदा से उनके जन्मदिन समारोह की योजना के बारे में पूछा गया तो गोविंदा ने बताया कि “मैं एक देवी के मंदिर जाने की योजना बना रहा हूँ और जब भी मुझे अपनी माँ की याद आती है तो मैं देवी के मंदिर जाता हूँ. गोविंदा ने अपनी माँ के बारे में बताते हुए कहा ” मैने अपनी माँ से जो सबसे अच्छा ज्ञान प्राप्त किया है कि अन्य लोगों की प्रतीक्षा करने के बजाय अपने चारों ओर खुशी की आभा पैदा करें या फिर वह चीजें जो आपको खुशी देती हो।