Sunday, April 28th, 2024

जानिए आखिर क्यों इतनी खास हैं अमिताभ बच्चन के घर की यह पेंटिंग, करोड़ों में है इसकी कीमत

अभी कुछ समय पहले ट्विटर पर अमिताभ बच्चन ने अपने घर की एक तस्वीर शेयर की थी जिसमें एक बैल की पेंटिंग नजर आ रही है। इस पेंटिंग की कीमत जानने के बाद सभी लोग दंग रह जा रहे हैं। दरअसल अभिताभ बच्चन द्वारा शेयर की गई तस्वीर में जो पेंटिंग नजर आ रही है उसकी कीमत 4 करोड़ रूपए है।

इस तस्वीर में अमिताभ बच्चन अपने परिवार के साथ नजर आ रहे हैं इस तस्वीर को उन्होंने दीपावली के अवसर पर शेयर की थी। इस तस्वीर में आपको अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, अभिषेक बच्चन  ऐश्वर्या राय बच्चन और श्वेता बच्चन – नंदा नजर आ रहे हैं।

तस्वीर ने सभी ध्यान आकर्षित किया

वचन के द्वारा शेयर किए गए तस्वीर में नजर आ रही बल्कि तस्वीर ने सभी का ध्यान पेंटिंग की तरफ आकर्षित कर लिया इस तस्वीर को शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा था कुछ तस्वीरों में बैठने का तरीका नहीं बदलता समय बदल जाता है इस पर कई सारे लोगों ने कमेंट भी किए हैं कई लोग लोगों ने पूछा क्या इस तस्वीर को फिल्म वेलकम के मजनू भाई ने बनाई है?जानकारी के अनुसार इस पेंटिंग को मनजीत बावा ने बनाया है जो कि धुरी पंजाब से ताल्लुक रखते हैं इस चार करोड़ की पेंटिंग से कोई भी मुंबई में 2 BHK घर खरीद कर रह सकता है।

अमिताभ बच्चन ने इस पेंटिंग की खूबसूरती भी बताई थी “उन्होंने कहा था बैल शक्ति साहस और आशावादी प्रतीक है कोई भी व्यक्ति इस तस्वीर को अपने घर में रखकर वित्तीय परिस्थितियों का लाभ ले सकता है यहां आपको बुरी नजर से भी बचाता है इससे नेगेटिव एनर्जी भी दूर रहती है। बच्चन ने बॉलीवुड को कई फिल्में दी है उनके फिल्में काफी पसंद आती है फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति को भी होस्ट करते हुए नजर आए हैं उन्होंने कई कलाकारों के साथ काम किया है।

इस पेंटिंग को बनाने वाले मंजीत बाबा कौन है?

29 जुलाई 1941 को पंजाब के दौड़ी शहर में मंजीत बाबा का जन्म हुआ था उन्हें एक चित्रकार के साथ-साथ कुशल बांसुरी वादक के रूप में भी जाना जाता है इसके साथ साथ वह सूफी गायन और दर्शन में भी विशेष रूचि रखते थे। बचपन मनजीत बावा ने महाभारत की पौराणिक कथाएं वारिस शाह के काव्य और गुरु ग्रंथ साहिब को सुना था और उससे काफी प्रेरित भी हुए थे।

चित्रकला में उनका अपना एक अलग अंदाज था भारतीय पौराणिक कथाओं को इन्होंने अपने चित्रों में नए तरीके से प्रस्तुत किया है की शिक्षा के लिए मनजीत बावा ब्रिटेन भी गए थे वहां उन्होंने सिली स्क्रीन पेंटिंग की कला सीखी और 1964 से 1971 तक ब्रिटेन में रहकर एक सिल्कस्क्रीन पेंटर कार्य किया।

प्रकृति प्रेमी भी थे मनजीत बावा

जैसा कि हर चित्रकार को प्रकृति से काफी लगाव होता है इसी तरह मंजीत बाबा भी प्रकृति प्रेमी थे उन्हें भी प्रकृति से बहुत गहरा लगाव था उन्होंने अपने चित्रों में पशु पक्षियों और प्रकृति को विशेष महत्व दिया देश के कई स्थानों में घूम कर वहां के दृश्यों का चित्रण भी किया उन्होंने अपने चित्रों में पाश्चात्य रंगों से हटकर परंपरागत भारतीय रंगों लाल बैगनी पीले रंगों का इस्तेमाल किया

जानकारी के लिए आपको बता दें उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग को करोड़ों रुपए मैं भी खरीदा गया है। उनके द्वारा बनाई गई एक पेंटिंग की ऑनलाइन नीलामी 1.7 करोड़ में हुई थी मंजीत बाबा अपनी पेंटिंग्स में श्री कृष्ण राधा मां काली और भगवान शिव के चित्र तो बनाते ही थे साथ ही हीर रांझा जैसे चित्रों को भी उस में जगह दी उन्होंने अपनी चित्रकला में सूती संवेदना ओं का समकालीन भारतीय कला में समावेश किया।

कई पुरस्कारों से किया गया सम्मानित

मंजीत बाबा के अद्भुत चित्रकारी के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले 1963 में उन्हें साइलोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया 1980 में ललित कला अकादमी से उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला और वही सन 2506 में उन्हें प्रतिष्ठित कालिदास सम्मान प्राप्त हुआ उनके जीवन पर बुद्धदेव दासगुप्ता द्वारा बनाए वृत्तचित्र मीटिंग मनजीत को नेशनल अवार्ड फॉर बेस्ट डॉक्युमेंट्री का पुरस्कार भी मिला।

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