पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बिच होने वाले क्रिकेट मैच ने बड़ा नाटकीय मोड़ ले लिया जब कुछ ही देर में मैच शुरू होने वाला था, और तभी न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की तरफ से एक ट्वीट किया जाता है और पूरा पाकिस्तान सदमे में चला जाता है।
हुआ यु की पूरा पाकिस्तान का स्टेडियम में दर्शकों से भरना शुरू हो चुका था और मैदान पर स्टंप लगाए जा चुके थे। मैच भी कुछ ही देर में लाइव प्रसारण शुरू होने वाला था। ये मैच कोई आम मैच नहीं था बल्कि 18 सालों के बाद ये पहला मौका था, जब न्यूजीलैंड की टीम क्रिकेट मैच खेलने पाकिस्तान की जमीन पर पहुंची थी। लिहाजा, पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों में जोश पूरी चरम सीमा पर था। सब कुछ सेट था तभी न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की तरफ से एक ट्वीट आता है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम मैच नहीं खेलेगी।
जब न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने सीरीज रद्द करने वाला ट्वीट किया तो कुछ समय तक तो कोई समझ नहीं पाया कि आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने मैच खेलने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान के टीवी चैनलों तो जैसे कोहराम मैच गया और लोग अलग अलग कयास लगा रहे थे। कुछ लोग ने सोचा की किसी खिलाड़ी को को’विड-19 तो नहीं हो गया? लेकिन न्यूजीलैंड की पूरी क्रिकेट टीम और टीम के सपोर्टिंग स्टाफ होटल में अपने अपने कमरों में कैद हो गये थे। कुछ देर बाद एक और ट्वीट किया जाता है, जिसमें कहा जाता है कि न्यूजीलैंड की टीम ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच रद्द कर दिया है। ये काफी चौंकाने वाला ट्वीट था, लेकिन चूंकी टीम पाकिस्तान में थी, लिहाजा ये खिलाड़ियों की सुरक्षा का मसला काफी ज्यादा अहम हो चुकी थी।
‘फाइव आई’ की तरफ से अलर्ट
बाद में सब साफ़ हुआ की न्यूजीलैंड को खुफिया अलर्ट मिला था, वो पाकिस्तान की सुरक्षा एजेसियों की तरफ से बल्कि ये अलर्ट था ‘फाइव आई’ की तरफ से। ये एक ऐसा अलर्ट था जिसे न्यूजीलैंड की सरकार अनदेखा नहीं कर सकती थी. फाइव आई’ की तरफ से पुख्ता इनपुट मिली थी कि मैच के बाद न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों पर बड़ा हमला होना था, लिहाजा ‘फाइव आई’ ने न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को होटलों में कैद होने के लिए कह दिया। अगर खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी स्टेडियम में आके मैच खेलने की मिनट बी करते तो भी न्यूजीलैंड टीम नहीं सुनती उनकी.
क्या है फाइव आईज?
Five Eyes एक बहुत पुरानी खुफिया गठबंधन है जिसकी स्थापना भारत की आज़ादी से पहले 14 अगस्त 1941 में हुई थी और इसमें दुनिया के पांच बड़े लोकतंत्र शामिल हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इसका हिस्सा हैं। अगर इसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली खुफिया गठबंधन कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। यह गठबंधन की क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह चार्ली चैपलिन, नेल्सन मंडेला और राजकुमारी डायना जैसी कई हस्तियों को ट्रैक कर चुका है।