बिल्ली हो या कुत्ते का बच्चा देखने में वे बहुत ही प्यारे होते है. बच्चा हो या कोई बड़ा व्यक्ति, उसके साथ खेलना उन्हें पसंद आता है. महाराष्ट्र के मालेगांव से एक खबर सामने आरही जहा एक किसान के बच्चे ने बिल्ली के बच्चे जैसे दिखने वाला एक जानवर अपने घर ले आया. घर वालो ने जब देखा की ये बिल्ली का नहीं किसी बड़े जानवर का बच्चा है तो सब हैरान रह गए.
एक सप्त तक उस बच्चे को अपने घर रखने के बाद ये खबर गाओं में फैलने लगी की जिसे गाओं के बच्चे बिल्ली का सावक समझ कर लाये है वो असल में तेंदुए का बच्चा है. जब इस बात की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी गई तो टीम ने वहां पहुंचकर शावक को अपने कब्जे में ले लिया. अधिकारियों ने ही स्पष्ट किया किये ये कोई छोटी बिल्ली नहीं है बल्कि खुखार तेंदुए का बच्चा है.
तेंदुए बिल्ली के प्रजाति के ही होते है इसीलिए बचपन में सब एक जैसे दीखते है. आज तक में छपी एक खबर के अनुशार , बच्चो ने घर के समीप खेत में एक छोटा पिल्ला देखा, जो बिल्ली जैसा लग रहा था. देखने में प्यार और अलग रंग का होने के कारन वह काफी आकर्षक लग रहा था. उसे घर लेकर बच्चे उसके साथ कई दिनों तक खेलते रहे. इस बात की जेकरि जब वैन विभाग को हुई तो वे उस तेंदुए के बच्चे को अपने साथ ले गए.
सचाई जान कर उड़ गए सबके होश
डरने वाली बात यह है की जिस किसान के खेत से उस तेंदुए के बच्चे को लाया गया था वह खेत उनके घरे 50 फ़ीट की दुरी पर ही है. इस खेत में गन्ने उगाये जाते है. जब उन्हें जानकारी हुई की ये बिल्ली का बच्चा नहीं बल्कि तेंदुए का सावक है तो वे डर गए. क्युकी अगर एक बच्चा उनके खेत तक आसक्त है तो उसकी माँ भी कही आस पास ही होगी. उसके बाद उन्होंने सावक को घर के बहार रख दिया और उसे घर के अंदर से देखने लगे ताकि मादा तेंदुआ अपने बच्चे को ले जाए. पर ऐसा कुछ नहीं हुआ.
उन्होंने कई बार कोसिस कीया की वह सावक खेत की तफर से निकल जाए पर ऐसा नहीं हुआ. वह उनके घर के तरफ ही आगया. 2-3 दिन बीत जाने पर वह सावक बच्चो से घुलमिल गया और उनके साथ ही खेलने लगा. वह उनके घर में आराम से घूमता. एक वक्ति ने बताया की खेल खेल में इस तेंदुए के बच्चे ने एक लड़की को काट लिया. एक हफ्ते गुजर जाने के बाद वैन विभाग को सुचना दी गई.